माननीय उच्च न्यायालय न्यायाधीश

इनका जन्म 10 नंवबर 1962 को प्रख्यात अधिवक्ताओं श्री एस. के भादुड़ी (पिता), एवं पी. भादुड़ी (दादा) के परिवार में हुआ। इन्होंने अपनी प्राथमिक एवं पूर्व माध्यमिक विद्यालयीन शिक्षा बंगाली कालीबाड़ी विद्यालय रायपुर और उसके पश्चात् माध्यमिक शिक्षा संत पाल उच्चतर माध्यमिक विद्यालय रायपुर से पूर्ण की। इन्होंने बी.काम. और एल.एल.बी. की डिग्री रविशंकर विश्वविद्यालय, रायपुर से प्राप्त की। इन्हें एल.एल.बी. में स्वर्ण पदक प्रदान किया गया था।
ये ऐसी समिति के जुडे हुए थे जो रायपुर में 3 महाविद्यालयों का संचालन करते थे जिनका नाम दुर्गा महाविद्यालय, विवेकानंद महाविद्यालय और इनके दादा द्वारा स्थापित विधि महाविद्यालय हैं। ये शिक्षा समिति एवं क्षेत्रीय समितियों के भी सदस्य रहे।
ये विधि व्यवसाय से 1985 से जुड़े। इन्होंने छत्तीसगढ़ एवं पूर्व म.प्र. क्षेत्र राज्य के विभिन्न अधीनस्थ न्यायालयों में वकालत की तथा उच्च न्यायालय में भी वकालत की।
सन् 2000 में बिलासपुर स्थानान्तरित हो गए। इन्होंने शासकीय अधिवक्ता के रूप में कार्य किया और इसके पश्चात् महाविधवक्ता कार्यालय बिलासपुर में उपमहाविधवक्ता के रूप में पदोन्नत हुए और सन् 2003 तक इस पद पर रहे। इसके पश्चात् निजी वकालत की।
इन्होंने सिविल, दांडिक, संवैधानिक, कंपनी और श्रम मामले किए। ये सी.बी.आई. के स्थयी अभिभावक भी रहे। ये सेल, एन.टी.पी.सी, बैंक जैसे सार्वजनिक उपक्रम और विभिन्न प्रायवेट कंपनी निकायों के भी स्थयी अभिभावक रहे।
इनका उन्नयन छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में 16 सितंबर, 2013 हो हुआ। 08 मार्च 2016 को आपने स्थायी न्यायाधीश के रूप में शपथ लिया। इन्होंने 11 मार्च 2023 से 29 मार्च 2023 तक छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश (कार्यवाहक) के पद का कार्यभार संभाला।